क्या आईवीएफ़ मे दर्द होता है ?

shradhaivf IVF & Maternity
Sep 20, 2024By shradhaivf IVF & Maternity

क्या आईवीएफ़ प्रक्रिया मे दर्द होता है ?

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आईवीएफ़ एक चिकित्सा पद्धति है जिसका उपयोग कर के निःसंतान दम्पत्ति , माँ बाप बनने का सुख प्राप्त कर सकते है । पर एक जिज्ञासा होती है की क्या ये प्रक्रिया मे दर्द होता है क्या ?

आये आज इसी दुविधा के बारे मे बात करते है। 

आज बात करते है की आईवीएफ़ मे क्या क्या होता है, और क्या क्या दवा दिया जाता है।

 

पहले बार आईवीएफ़ कन्सल्टन्ट से मिलने के बाद, आपका कुछ खून जांच कराया जाता है , जिसमे एक पतली से सुई  से रख का जांच किया जाता है , आऊर आपका अल्ट्रसाउन्ड कराया जाता है । दोनों ही जांच मे ना के बराबर दर्द होता है। पुरुष के सुकरनू का जांच भी कराया जाता है जो की सामान्य प्रक्रिया है । 

आईवीएफ़ सुरू करने पर , महिला का ओवेरीअन स्टिम्यलैशन सुरू होता है, इसमे रोज एक ही समय पर एक सुई रोज चमरे के नीचे दिया जाता है। इसमे बहुत मामूली सा चुभन होता है । दस से बारह दिन के बाद एक अलग सुई दी जाती है जिसे ट्रिगर कहते है , यह भी चमरे के नीचे ही दिया जाता है। दोनों ही इन्जेक्शन पनि जैसा तरल होता है इस लिये डेड नहीं के बराबर होता है। 

फिर बारी आती है अंडे निकालने की, इसे ओवम पिकउप कहते है । 

यह प्रक्रिया मे कोई चीर फार नहीं होता है , एक सुई द्वारा, अल्ट्रसाउन्ड की मदत से अंडों को निकाल जाता है। यह प्रक्रिया मरीज को कुछ देर के लिये बेहोस कर के किया जाता है , इस लिये कोई दर्द नहीं महसूस होता है , महिला 4-5 घंटों मे घर जाने के लायक हो जाती है । कुछ महिला को पेट मे दर्द हो सकता है जिसके लिये दर्द की दावा दी जाती है, कुछ दिनों के लिये भारी काम ना करने सलाह दी जाती है । 

ओवम पिकउप पर और जानकारी के किया क्लिक करे :-

एम्ब्रीओ ट्रैन्स्फर मे क्या किया जाता है । 

इसके बाद सही दिन आने पर , इन्क्यबेटर मे बनाए गए भ्रूण को महिला के पेट मे डाल दिया जाता है , इसे एम्ब्रीओ ट्रैन्स्फर कहते है । यह प्रक्रिया मे बिना बेहोशी के एक पतली से नली द्वारा भ्रूण को अल्ट्रसाउन्ड के मदत से बच्चेदानी मे डाल दिया जुआता है, महिला कुछ ही देर मे घर जा सकती है । इस प्रक्रिया मे कोई भी दर्द नहीं होता है, कुछ महिला मे जिनमे बच्चेदानी का रास्ता संकीर्ण होता है , उनकी बेहोश कर के यह प्रक्रिया की जाती है । 

इसके बाद महिला अपना समय काम काज करती है, कोसिस करने चाहिए की कोई भारी काम ना करे और भगवान ने चाहा तो 14 दिन के बाद आपको माँ बनने की खुश खबरी मिल सकती है। 

गर्भ ठहरने के बाद , प्रेग्नन्सी बनाए रखने के लिये घर पर अपने से कुछ सुई चमरे मे लेना पर सकता है। 

पर कोई भी विधि मे बहुत दर्द नहीं होता है, इस लिये डरे नहीं , आगे आये और माँ बाप बनने की खुशी प्राप्त करे । 

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