आइ यू आइ क्या होता है ?
आइ यू आइ एक ऐसी पद्धति है जहा सैकरों पुरुष के स्वस्थ शुक्राणु को मादा के अंडे से मिलाप मादा के बच्चेदानी मे कराया जाता है, इससे भ्रूण बनने की संभावना बढ़ जाती है ।
इस प्रक्रिया मे माँ के गर्भाशय को पूरी तरह से तैयार होने के दिन, पुरुष द्वारा ताजा धात को साफ स्वच करने के बाद स्वस्थ शुक्राणु तैयार किया जाता है , जिसे महिला के गर्भासए मे डॉक्टर द्वारा सही जगह पर डाला जाता है , इस तरीके से भ्रूण बनने की संभवन बढ़ जाती है ।
किन दंपति को आइ यू आइ की जरूरत परती है ?
जो दंपति 1 साल से ज्यादा से संतान प्राप्ति का प्रयास कर रहे है और सफल नहीं हो रहे है उन्हे आइ यू आइ करना चाहिये ।
उन दंपति जिनको शुक्राणु काम है और डोनर शुक्राणु इस्तेमाल करना चाहते है , या जिन महिला की बछेदनी के मुह पर दाग है उन्हे आइ यू आइ से फाइदा हो सकता है ।
जिनके पुरुष को शुक्राणु काम है और डोनर का इस्तेमाल नहीं करना चाहते है , उन्हे आइ वी आफ कराना होगा ।
आईयूआई मे उपलब्ध विकल्प क्या है ?
आईयूआई की प्रक्रिया आपकी जरूरत के हिसाब से ते की जाती है, इसके लिये हॉर्मोन की मात्र की जांच , आईयूआई किस समय करना है यह अल्ट्रसाउन्ड जांच द्वारा ते की जाती है ।
महिला के लिये 2 उपाई होती है,
पहला – जिन महिला की मासिक नियमित है, उन्हे कोई दावा नहीं दी जाती है, मासिक के दिन के हिसाब से कब अंडा फूटेगा ये ते किया जाता है, उसी दिन आईयूआई की जाती है ।
दूसरा – जिन महिला मे मासिक नियमित नहीं है, उन्हे सुई दे कर अंडा बनाया जाता है , और जिस दिन अंडा फूटने का दिन होता है उस दिन आईयूआई किया जाता है ।
पुरुस मे विकल्प
पहला – आगे पुरुस का सिकरण पर्याप्त है , तो उस पुरुस का अपना धत उसी दिन जमा किया जाता है जिस दिन महिला मे अंडा बन गया है। उस धत को लैब मे प्रोसेस किया जाता है और फिर महिला के गर्भासए मे सही जगह दल दिया जाता है ।
दूसरा – आगे पुरुस मे सुकरनू नाती है यस उसकी क्वालिटी ठीक नहीं है वो डोनर शुक्राणु का चयन कर सकते है , इसमे अ आर टी बैंक से आपकी सरिरिक समानता के आधार पर और आपके खून के प्रकार से मिल के शुक्राणु का चयन कर के हमे दिया जाता है , उस शुक्राणु को महिला के कोख मे अंडा फूटने के दिन डाल दिया जाता है । यह जानने की बात है की जो डोनर शुक्राणु देता है वो कोर्ट मे अफेडवित देता है की वो डोनैट करने के बाद इस शुक्राणु से जन्मे शिशु पर कोई हक नहीं रखेगा।
हम को ही क्यों चुने ?
बांझपन से जूझ रहे दंपति बिहार के सभी प्रांत से हमपे पास इलाज करने आते है । इसके मुख्य कारण यह ही प्रतिभाशील डॉक्टर है जो आईयूआई की विधे मे बहुत प्रशिक्षित है । और यह भी जग मान्य है की आज भी आईयूआई बांझपन के इलाज मे याचा और सस्ता विकल्प है , आईयूआई से बच नहीं ठहरने पर आइ वी अफ की विधि का उपयोग करना चाहिये ।
• हमारे श्रद्धा आइ वे अफ मे काम कर रहे डॉक्टर काफी प्रक्षित है और उनके पास की फेलोशिप है, उन्हे पता है की आईयूआई के इलाज मे कौन से विधि का कब प्रयोग करना है जिससे आपके गर्भ ठहरने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है ।
•हमारे यहा आपकी जरूरत के हिसाब से इलाज ते किया जाता है, और आईयूआई मे इस्तेमाल होने वाली सारी प्रक्रिया का उपयोग सही विधि के द्वारे आपकी जरूरत के हिसाब से ते की जाती है ।
•हमारे यह का अंडरोलोगी लैब सुसजित है सभी मॉडर्न सुविधा के साथ, इससे आपके शुक्राणु को हम काफी बेहतर तरीके से स्वच करते है, जिससे आपके गर्भ ठहरने की संभावना बढ़ जाती है ।
•आपकी सफलता को बेहतर करने के लिये हमारा लैब बेहतर तरीके से सुसजित है, हॉर्मोन की जांच से ले कर शुक्राणु की जांच सब एक ही छत के नीचे बेहतर तरीके से की जाही है । हमारे जांच घर को पता है के आपके लिये क्या बेहतर है।
• हम के परिवार और दोस्त की तरह आपके साथ खड़े है, हम आपके साथ आपकी जरूरत के हिसाब से काम करते है, हमीर प्रयास राहत है की हम आपको सही फैसला लेने का महोल प्रदान करे, हमारी जीमेदारी है की आपको सही फैसला लेने मे हम आपकी मदत करे।
आईयूआई का हर फाइदा और इस विधि की कमी से हम आपको अवगत करेंगे और आप सही फैशल लेंगे।
आइ यू आइ का भारत मे क्या खर्च होता है?
आमतौर पर, विभिन्न शहरों में आई. यू. आई. की विशिष्ट कीमत प्रत्येक चक्र में आई. एन. आर. 10,000 से शुरू होती है। आईवीएफ की तुलना में, आईयूआई एक कम लागत वाला उपचार है, लेकिन गर्भवती होने की अच्छी संभावना है।
भारत में आईयूआई की लागत किन कारोनो से प्रभावित होती है ?
आईयूआई की लागत को प्रभावित करने वाले कई कारकों में
- दंपति की उम्र,
- विशिष्ट प्रकार की बांझपन,
- व्यक्ति की चिकित्सा पृष्ठभूमि,
- प्रजनन चिकित्सक की विशेषज्ञता और अनुभव शामिल हैं।
यह भी विचार करना महत्वपूर्ण है कि क्या आप एक एक बार आई. यू. आई. चक्र चाहते हैं या कई चक्र। उदाहरण के लिए, 40 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को गर्भवती होने की संभावना को बढ़ाने के लिए अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान (आई.यू.आई.) के कई चक्रों की आवश्यकता हो सकती है।
अब, आइए भारत में आई.यू.आई. प्रक्रियाओं की लागत को प्रभावित करने वाले विभिन्न पहलुओं की अच्छी तरह से समजते हो ।
1. फर्टिलिटी क्लिनिक का स्तर.
आई.यू.आई की लागत आपके द्वारा चुने गए विशिष्ट क्लिनिक या सुविधा द्वारा निर्धारित की जाती है। अत्याधुनिक तकनीकों और नई प्रक्रियाओं को नियोजित करने वाले क्लीनिकों की लागत पारंपरिक क्लीनिकों की तुलना में अधिक होगी।
इसके अतिरिक्त, आई.यू.आई की लागत प्रजनन चिकित्सालय की भौगोलिक स्थिति से प्रभावित होती है।
2. कितने बार आई.यू.आई.का प्रयास करना चाहिये ?
40 वर्ष और उससे अधिक आयु की लगभग 5% महिलाओं को ही आई.यू.आई के पहले चक्र में सकारात्मक परिणाम मिलता है। इन महिलाओ को एक से ज्यादा बार आई.यू.आई करना परता है । आई.यू.आई. चक्र की लागत प्रजनन विशेषज्ञों और आवश्यक आई.यू.आई. चक्रों की संख्या के आधार पर अलग-अलग होगी।
3. मरीज की उम्र
आई.यू.आई. उपचार की ज्यादा सफलता दंपति की उम्र पट निर्भर कार्ये है । जैसे-जैसे आप बड़े होते हैं, अंडे की गुणवत्ता में कमी के कारण आई.यू.आई की सफलता की दर नाटकीय रूप से कम हो जाती है। 40 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को आई.यू.आई के कई चक्रों से गुजरना पड़ सकता है।
4. आई.यू.आई मे अंडे के विकास मे दावा का इस्तेमाल होना ।
अगर महिला मे अंडे काम बन रहे है तो उनको विभिन दावा दे जाती है, दावा का दम भी चटच को बढ़ देता है।
5. फालिकल की निगरानी
ओव्यूलेशन उत्तेजक दावा के प्रशासन के बाद, फालिकल को बाद में देखा और ट्रैक किया जाता है। एक ही उद्देश्य के लिए अल्ट्रासाउंड स्कैन द्वारा कई बार जांच की जाती हैं, जो समग्र खर्चों में योगदान कर सकते हैं।
श्रद्धा आई. वी. एफ. में आई. यू. आई. की कीमत क्या है?
श्राद्ध आईवीएफ में अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान (आईयूआई) की लागत एक चक्र के लिए 5,000 रुपये से शुरू होती है और अतिरिक्त आईयूआई चक्रों के साथ बढ़ सकती है। आई. यू. आई. की लागत, आई. यू. आई. चिकित्सा की सफलता दर, या आपके किसी अन्य प्रश्न के बारे में पूछताछ करने के लिए श्रद्धा आई. वी. एफ. में एक मानार्थ परामर्श निर्धारित करें।