शादी के बाद 6–7 महीने से पीरियड लेट हो रहा है – कारण, जांच और बांझपन से संबंध (वैज्ञानिक गाइड) Menstrual Health
बहुत-सी महिलाएँ यह सवाल लेकर आती हैं:
“डॉक्टर, शादी के बाद से मेरे पीरियड 6–7 महीने से लेट हो रहे हैं। पहले तो ठीक थे।”
यह समस्या केवल पीरियड तक सीमित नहीं रहती, बल्कि ओव्यूलेशन (अंडा निकलना) और आगे चलकर प्रेगनेंसी पर भी असर डाल सकती है। आइए इसे पूरी तरह वैज्ञानिक और आसान भाषा में समझते हैं।
1️⃣ सामान्य पीरियड साइकिल क्या होती है?
सामान्य मासिक धर्म चक्र: 21–35 दिन
हर महीने ओव्यूलेशन होता है
ओव्यूलेशन के 12–14 दिन बाद पीरियड आता है
👉 अगर पीरियड 6–7 महीने तक अनियमित या गायब है, तो लगभग तय है कि ओव्यूलेशन ठीक से नहीं हो रहा — और बिना ओव्यूलेशन के प्रेगनेंसी संभव नहीं।
2️⃣ शादी के बाद पीरियड लेट क्यों होने लगता है?
🔹 (A) हार्मोनल बदलाव (सबसे आम कारण)
शादी के बाद शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं:
नया रूटीन
नींद का पैटर्न बदलना
यौन जीवन की शुरुआत
मानसिक दबाव
इनसे ब्रेन–ओवरी कनेक्शन (Hypothalamus–Pituitary–Ovary Axis) प्रभावित होता है, जिससे:
ओव्यूलेशन लेट
पीरियड लेट या मिस
📌 लगातार हार्मोनल असंतुलन → लगातार ओव्यूलेशन रुकना → इनफर्टिलिटी
🔹 (B) PCOS (Polycystic Ovary Syndrome)
शादी के बाद सामने आने वाला सबसे कॉमन कारण।
लक्षण:
2–3 महीने में एक बार पीरियड
वजन बढ़ना
चेहरे/ठोड़ी पर बाल
मुंहासे
PCOS में क्या होता है?
अंडा बनता है लेकिन निकल नहीं पाता
ओवरी में छोटे-छोटे सिस्ट बनते हैं
हार्मोन (एंड्रोजन) बढ़ जाते हैं
👉 PCOS = ओव्यूलेशन की समस्या = प्रेगनेंसी में देरी
🔹 (C) थायरॉइड की समस्या
थायरॉइड हार्मोन सीधे पीरियड और ओव्यूलेशन को नियंत्रित करता है।
Hypothyroidism (थायरॉइड कम):
→ पीरियड लेट, ज्यादा ब्लीडिंग, ओव्यूलेशन कमजोर
Hyperthyroidism (थायरॉइड ज्यादा):
→ पीरियड कम या बंद
📌 बिना इलाज के थायरॉइड → इनफर्टिलिटी + गर्भपात का खतरा
🔹 (D) वजन में बदलाव (बहुत ज्यादा या बहुत कम)
अचानक वजन बढ़ना
डाइटिंग या बहुत कम खाना
इनसे:
शरीर “सेफ मोड” में चला जाता है
ब्रेन ओव्यूलेशन रोक देता है
👉 गलत BMI = हार्मोन गड़बड़ = ओव्यूलेशन बंद
🔹 (E) तनाव (Stress) – छुपा हुआ दुश्मन
शादी का दबाव
“कब खुशखबरी?” वाले सवाल
ऑफिस + घर का तनाव
तनाव से कॉर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है, जो:
ओव्यूलेशन रोकता है
पीरियड अनियमित करता है
📌 लंबे समय का तनाव = फंक्शनल इनफर्टिलिटी
🔹 (F) प्रोलैक्टिन हार्मोन बढ़ना
स्तन से दूध जैसा स्राव
पीरियड रुकना
प्रोलैक्टिन बढ़ने से:
अंडा निकलना बंद
गर्भधारण नहीं होता
3️⃣ क्या यह स्थिति अपने-आप ठीक हो जाएगी?
❌ नहीं, अगर:
6 महीने से ज्यादा पीरियड अनियमित है
शादी के बाद प्रेगनेंसी की प्लानिंग है
1 साल से कंसीव नहीं हो रहा
📌 यह संकेत है कि शरीर को मेडिकल गाइडेंस की जरूरत है।
4️⃣ जरूरी जांच (Scientific Evaluation)
अगर पीरियड 6–7 महीने से लेट है, तो ये जांच जरूरी हैं:
USG Pelvis (ओवरी और गर्भाशय)
TSH (थायरॉइड)
Prolactin
FSH, LH
AMH (ओवरी की क्षमता)
ब्लड शुगर / इंसुलिन
👉 सही कारण जाने बिना इलाज शुरू करना गलत और समय की बर्बादी है।
5️⃣ इलाज कैसे किया जाता है?
इलाज कारण पर निर्भर करता है:
हार्मोन बैलेंस करने की दवाएँ
वजन और डाइट सुधार
स्ट्रेस मैनेजमेंट
जरूरत पड़ने पर ओव्यूलेशन इंडक्शन
कुछ मामलों में IUI या IVF
📌 अच्छी बात:
ज्यादातर मामलों में सही इलाज से पीरियड और ओव्यूलेशन दोनों सुधर जाते हैं।
6️⃣ कब डॉक्टर से तुरंत मिलें?
✅ शादी के बाद 6 महीने से पीरियड अनियमित
✅ 1 साल से प्रेगनेंसी नहीं हो रही
✅ PCOS / थायरॉइड पहले से है
✅ वजन तेजी से बढ़ रहा है
निष्कर्ष (Take-Home Message)
👉 शादी के बाद पीरियड का 6–7 महीने तक लेट होना नॉर्मल नहीं है।
👉 यह अक्सर हार्मोनल समस्या का संकेत है।
👉 समय पर जांच और इलाज से इनफर्टिलिटी रोकी जा सकती है।
👉 चुप रहना या खुद से दवा लेना स्थिति बिगाड़ सकता है।
याद रखें:
🌸 पीरियड नियमित होंगे → ओव्यूलेशन ठीक होगा → प्रेगनेंसी की संभावना बढ़ेगी
